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मथुरा(UP News). यूपी के मंदिरों में जन्माष्टमी की तैयारियों की धूम मची है। हर ओर कन्हाई के जन्म से पहले तैयारियां की जा रही हैं। वहीं मथुरा के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में इस बार भगवान बेहद खास ड्रेस पहनेंगे। ड्रेस खास इसलिए हैं क्योंकि इसे जेल के कैदियों ने तैयार किया है। मंत्री धर्मवीर प्रजापति बताया कि यह ड्रेस मंदिर प्रशासन को सौंप दी गई है।
कारागार एवं होमगार्ड्स राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि इस वर्ष जन्माष्टमी के मौके पर बांके बिहारी मथुरा जेल के बंदियों द्वारा तैयार की गई पोशाक धारण करेंगे। इस संबंध में बांके बिहारी मंदिर के मुख्यपुजारी से जेल अधीक्षक ने स्वीकृति ले ली है।इसके बाद बंदियों द्वारा बांके बिहारी के धारण करने के लिए पोशाक तैयार कर ली गई है। आठ बंदियों ने यह पोशाक एक सप्ताह में तैयार की है। आज वह स्वयं बांके बिहारी के दर्शन करेंगे और जेल अधीक्षक मथुरा की उपस्थिति में मुख्य पुजारी को बंदियों द्वारा निर्मित पोशाक सौंपेंगे।
सात सितंबर को सभी मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। कान्हा के मनोहारी शृंगार और मंदिरों में उत्सव को देखने के लिए हजारों की संख्या में भक्त विधिवत पूजन अर्चन करने के लिए पहुंचेंगे। मंदिरों में शंखनाद के साथ राधा-माधव और लड्डू गोपाल का पंचामृत से महाअभिषेक किया जाएगा। मनोहारी झांकियों से घर और मंदिर शोभायमान होंगे। नंदलाल के जन्मोत्सव पर मंगलगीतों की गूंज और अभिषेक पूजन से शहर का वातावरण वृंदावनमय हो जाएगा।
कानपुर के इस्कान मंदिर, जेके मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर, गीता मंदिर, हजारी लाल मंदिर, शिवाला मंदिर और सनातन धर्म मंदिर में जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया जाएगा। भगवान श्रीकृष्ण की झांकियों के साथ जगत के नाथ की मनोहारी झांकी के दर्शन भक्तों को होंगे। मैनावती मार्ग में जन्माष्टमी उत्सव पर श्री श्री राधा माधव जी, श्री श्री गौर निताई एवं श्री श्री जानकी जानकी वल्लभ, लक्ष्मण जी, हनुमान जी के लिए वृंदावन में विशेष वस्त्र तैयार किए जा रहे है।
आयोजन कमेटी के अध्यक्ष राधा रंजन प्रभु ने बताया कि मंदिर परिसर में बने तालाब में पहली बार श्रीकृष्ण और कालिया की मनोहारी झांकी की प्रस्तुति दी जाएगी। भगवान का दिन में दो बार विभिन्न वस्त्र एवं पुष्पों से मनोहारी शृंगार किया जाएगा। ठाकुर जी के लिए दिल्ली मुंबई एवं दक्षिण भारत के विशेष पुष्पों से मंदिर को सजाया जाएगा। जन्मोत्सव महोत्सव में शंख और रजत कलशों से अभिषेक पूजन किया जाएगा। इसमें एक हजार भक्त महाअभिषेक पूजन करेंगे। इसके बाद राधा-माधव को 56 प्रकार के पकवानों का भोग अर्पित किया जाएगा।
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